कल श्रीमती जी ने कहा : आपके पास वूलन मोज़े नहीं हैं, चलो तिब्बत मार्किट से लेके आते हैं . .
तीन घंटे वहां बिताने के बाद घर लौटा तो साथ में...
तीन वूलन कुर्तियां
दो शाल , 
स्टोल ,
लैगिंग्स थीं और मेरे लिए एक आश्वासन.. 
"यहां अच्छे कलर के नहीं हैं किसी अच्छी सी दुकान से लेने पड़ेंगे"