दफ्तर में लेट होने के डर से मैंने ठंडी में कंपकंपाते हुए, खुद नहाने के लिए अपना पानी गर्म कर लिया और तौलिया खोज रहा था...
बाथरूम में तौलिया मिलते ही घुसने वाला था कि बीवी आई और बोली जरा रुको मैं बाथरूम साफ कर देती हूं, हमेशा साफ बाथरूम यूज किया करो..
मैं बाहर इंताजर करने बैठ गया कि कब बीवी कहे कि जाओ नहा लो मैंने बाथरूम साफ कर दिया है। लेकिन क्या अंदर से आवाजे आ रहीं थी हर-हर गंगे, गंगा-जमुना सरस्वती की जय हो..
कुछ देर बाद आवाजे आना बंद हो गईं और बीवी बाहर आकर बोली- मैंने सोचा बाथरूम तो साफ कर दिया है अब नहा ही लूं, तो नहा ली।
तुम अपने लिए दूसरा पानी गर्म कर लो मुझे तुम्हारा टिफिन तैयार करना है!
बाथरूम में तौलिया मिलते ही घुसने वाला था कि बीवी आई और बोली जरा रुको मैं बाथरूम साफ कर देती हूं, हमेशा साफ बाथरूम यूज किया करो..
मैं बाहर इंताजर करने बैठ गया कि कब बीवी कहे कि जाओ नहा लो मैंने बाथरूम साफ कर दिया है। लेकिन क्या अंदर से आवाजे आ रहीं थी हर-हर गंगे, गंगा-जमुना सरस्वती की जय हो..
कुछ देर बाद आवाजे आना बंद हो गईं और बीवी बाहर आकर बोली- मैंने सोचा बाथरूम तो साफ कर दिया है अब नहा ही लूं, तो नहा ली।
तुम अपने लिए दूसरा पानी गर्म कर लो मुझे तुम्हारा टिफिन तैयार करना है!